कोच्चि साइबर पुलिस ने मलयालम फिल्म “मार्को” की अवैध कॉपी सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में 20 वर्षीय आकिब हनान को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान यह पता चला कि आरोपी ने यह वीडियो ‘ओगो मूवीज’ नामक वेबसाइट से डाउनलोड किया था। इसके बाद उसने इंस्टाग्राम पर एक रील अपलोड की और अपने फॉलोअर्स को यह संदेश दिया कि जो कोई भी इस पाइरेटेड फिल्म को देखना चाहता है, वह उसे निजी संदेश भेजे। इसके जरिए वह फिल्म का लिंक उपलब्ध कराता था, जिससे कॉपीराइट अधिनियम का उल्लंघन हुआ।
निर्माता की शिकायत से हुई कार्रवाई
फिल्म निर्माता शरीफ मोहम्मद ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर पाइरेटेड फिल्म का प्रसार हो रहा है, जिससे फिल्म को भारी आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। शिकायत में उन्होंने उन सोशल मीडिया खातों की जानकारी भी दी, जिनका इस्तेमाल इस अवैध गतिविधि में किया जा रहा था। इस जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की और उसे हिरासत में लिया।
पाइरेसी पर अपनाया कड़ा रुख
इंफोपार्क स्थित साइबर पुलिस स्टेशन ने इस मामले में एक औपचारिक केस दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है। हालांकि, अब तक पुलिस को ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जो साबित कर सके कि आकिब हनान ने स्वयं फिल्म की पाइरेटेड कॉपी बनाई थी। फिर भी, अवैध सामग्री के वितरण में उसकी भूमिका को देखते हुए उसे गिरफ्तार किया गया है।
फिल्म निर्माताओं के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित
पुलिस ने इस बात पर जोर दिया है कि फिल्म उद्योग को पाइरेसी से बचाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। इसी महीने की शुरुआत में, “एआरएम” फिल्म की पाइरेटेड कॉपी फैलाने के आरोप में तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि फिल्म निर्माताओं के बौद्धिक संपदा अधिकारों की सुरक्षा के लिए इस तरह की अवैध गतिविधियों पर कड़ा नियंत्रण जरूरी है।